हर्ष गुप्ता की जीवनी - Biography of Harsh Gupta in hindi jivani Published By : upscgk.com नाम : हर्ष गुप्ता जन्म तिथ: 28 जून 1942 आयू 77 वर्षे ठिकाण : भारत व्यावसाय : भूभौतिकीविदू, भूकंप वैज्ञानिक पत्नी : हिमानी गुप्ता प्रारंभिक जीवनी : हर्षे गुप्ता का जन्म 28 जून 1942 को भारत मे हुआ था | उन्होंने अपनी स्त्रातक कि पढाई बीएससी ऑनर्स धनवाद के इंडियन स्कूल ऑफ साइंस मे कि थी | उन्हेांने एप्लाइड जियोफिजिक्सा मे अपनी मास्टार डिग्री एमएससी भी हासिल कि थी | बाद मे, उन्होंने भारतीय प्रौघोगिकी संस्थान रुडकी से डॉक्टरेट कि उपाधि पीएचडी प्रातपा कि थी \ घै साल कि यूनेस्को फैलोशिप पर टोक्यो के इंटरनेशनल इंस्टीटयूट ऑफ सीस्मोलॉजी एंड अर्थव्केक इंजिनियरिंग मे सीस्मोलॉजी मे उन्नत अध्यान किया था | कार्य : हर्षे कुमार गुप्ता एक भारतीय पृथ्वी वैज्ञानिक और भूकंपविज्ञानी है | जिन्हे जलाशय प्रेरित भूकंपो के आकलन के अग्रणी कार्य के लिए जाना जाता है | उन्हें 1972 मे टैक्सास विश्वाविघ्यालय मे डलास यूटीडी मे एक शोध वैज्ञानिक के रुप मे पदभार संभाला था | 1992 मे वे पृथ्वी विज्ञान अध्यापन केंद्र तिरुवनंतपूरम और 1987 तक वहां काम किया था | उन्हेांने इसी अवधि के दौरान केरल खनिज विकास और अन्वेषण परियेाजना के परियोजना निदेशक के रुप मे भी काम किया था | उन्हें 1989 मे कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी का कुलपति नियूक्ता किया गया था | और 1990 मे दो के लिए विज्ञान और प्रौघोगिकी विभाग के सलाहकार के पद कि पेशकश करने तक पद बने रहे | 1992 मे उन्हेांने राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनूसंधान संस्थान एनजीआरआय हैदराबाद के निदेशक कि जिम्मेदारी संभाली थी | उन्हेांने नौ वर्षो तक संस्था कि सेवा कि थी | 2001 मे उन्हें भारत सरकार के महासागर विकास विभाग मे सचिव के रुप मे नियुक्त किया गया था | जहाँ से उन्हेांने 2005 मे सूपरन्यूज किया था | गुप्ता ने अमिरिका से लौटने के बाद डलास मे टैक्सास विश्वाविघ्यालय के साथ 2001 तक एक सहायक प्रोफेसर के रुप मे अपना सहयोग जारी रखा था |वे रार्ष्टीय आपदा प्रबंधन प्राधिकारण एनडीएमए के पूर्व सदस्या है, जो एक केंद्रीय मंत्री का पद था वह एशियाई भूकंपीय आयोग के संस्थापक अध्याक्ष है | 1996 से 2000 तक आयेाग कि अध्यक्षता करते है | उन्हेांने राष्ट्रमंडल विज्ञान परिषद, यूनेस्को अंतर्राष्ट्रीय परमाणू ऊर्जा एजेंसी और अंतरराष्ट्रीय विज्ञान परिषद के सलाहकार के रुप मे कार्य किया है | पूरस्कार और सम्मान : 1) गुप्ता नेशनल जियोफिजिकल रिसर्च इंस्टीटयूट के एक राजा रमन्ना फैलो थे | 2) 1983 मे सिस्मोलॉजी मे अपने काम के लिए विज्ञान और प्रौघोगिकी के लिए शांती स्वरुप भटनागर पूरस्कार मिला था | 3) उन्हें नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज भारत नासा ने अपना फेलो चुना था | 4) उनहें 1995 मे यूएसएसआर एकेडमी ऑफ साइंसेज के इंटरनेशनल जियोफिजिक्सा मेमोरियल मेडल के 100 वर्ष प्राप्ता हुए थे | 5) 1989 मे भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान आकादमी नासा के फेलो थे | 6) उनहे 1991 के राष्ट्रीय खनिज पूरस्कार के लिए चुना गया था | 7) 2000 मे उनहें दो पूरस्कार मिल: 1) इंडियन जियोफिजिकल यूनियन मिलेनियम अवार्ड 2) इंडियन सोसायटी ऑफ एप्लाइड जियोकेमिस्टस मिलनियम अवार्ड से सम्मानित 8) 2002 मे दूसरी बार रार्ष्टीय खनिज पूरस्कार मिला था 9) 2004 मे भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के प्रोफेसर के नाह मेमोरियल अवार्ड से सम्मानित 10) भारत सरकार ने उनहे 2006 मे पदमश्री के नागरिक पूरस्कार से सम्मनित किया गया था | 11) 2008 मे उनहें अमेरिकी भूभौतिकीय संघ ने बाल्डोई स्मिथ पूरस्कार से सम्मनित किया था | पूस्तके : 1) जलाशय प्रोरित भूकंप 1992| 2) आपदा प्रबंधन 2003| 3) सकूद्र शास्त्र 2005| 4) भूतापीय ऊर्जा 21 वी सदी के लिए एक वैकप्पिक संसाधन 2006| 5) ठोस पृथ्वी भूभौतिकी का विश्वाकोश 2011| 6) तीन महान सुनामी 2013|