हिल्डा मैरी लाजर की जीवनी - Biography of Hilda Marie Lazar in hindi jivani Published By : upscgk.com नाम : हिल्डा मैरी लाजर जन्म तिथी : 23 जनवरी 1890 ठिकाण: विशाखापत्तानम व्यावसाय : स्त्रीरोग विशेषज्ञ मृत्यू : 1978 प्रारंभिक जीवनी : हिल्डा मैरी का जन्म 23 जनवरी 1890 को दक्षिण भारत मे विशाखापत्तानम मे एक कुशल परिवार मे हुआ था | उनके दादा दादी ने 19 वी सदी कि शूरुआत मे अपनी ब्राम्हण पहचान को छोडकर ईसाई धर्म मे परिवर्तित हो गए थे | वह एलिजा और डेनियल लाजर से पैदा हुए नौ जीवित बच्चों मे से एक था | उनके पिता एक उच्चा कोटीके ईसाई शिक्षक और लेखक थे | वह अपनी प्राथमिक शिक्षा के लिए सीबीएम हाई स्कूल मे शामिल हुई थी | मद्रास विश्वाविघ्यालय मे लाजर ने मद्रास मेडिकल कॉलेज से मेडिकल कि डिग्री प्रात्प करने से पहले बीए पूरा किया था | बाद मे वह मेडिकल डिग्री के लिए अईता प्रात्पा करने के लिए इंग्लैंड चली गई और वर्षा तक चकित्सा के कई पाठयक्रमों मे रही है | उन्हेांने लंदन और डबलिन मे मेडिकल परीक्षाएँ उत्तीर्ण कि थी | कार्य : हिल्हा मैरी भारत मे एक ईसाई मिशनरी अैर लोकप्रिय स्त्रीरोग विशेषज्ञ और प्रसूति रोग विषेशज्ञ थी | वह आंध्र मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य और विशखापत्तानम मे किंग जॉर्ज अस्पाताल के अधीक्षक थे | वह वेल्लोर मे किश्चीयन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल कि पहली भारतीय निदेशक भी थी | प्रसूती और स्त्री रोग मे विशेषज्ञता प्राप्ता कि थी | उन्हें भारत मे महिला चिकीत्सा सेवा डब्ल्यूएमएस मे नियुक्ता किया गया था | जो इस तरह कि नियुक्ति पाने वाली पहली भारतीय महिला थी | वह 1917 तक सरकारी चिकित्सा सेवा मे थी | लाजर ने नई दिल्ली के लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल मे संक्षेप मे काम करके डब्ल्यूएमएस के साथ अपने करियर मे प्रवेश किया था | 1916 मे सरकार के तत्वावधान मे एकमात्र पूर्ण रुप से पेशेवर मेडीकल कॉलेज के स्थापित किया था | उसने भारत के विभिन्न हिस्सों अधीक्षण अस्पतालों नर्सो और दाइयों को प्रशिक्षित करने और महिलाओं और बच्चों के लिए चिकीत्सा सेवाओं कि गुणवत्ता के सुधार लिए कदम उठाते हुए काम किया था | उनहेांने इंग्लैंड मे अपने अनूभवों के आधार एक पुस्तक लिखी वे वेल्लोर मेडिकल कॉलेज मे निदेशक के रुप मे कार्य किया था | वह वेल्लोर अस्पताल मे मुख्या चिकित्सा अधिकारी के रुप मे कार्य किया था |उनहेांने मद्रास के सरकारी जनरल अस्पताल मे कुछ समय तक सेवा कि थी | विशाखापत्तानम मे वह आंध्र मेडिकल कॉलेज के प्रेंसपल और किंग जॉर्ज अस्पताल के अधीक्षक के पद पर रही थी | गवर्नमेंट विक्टोरिया हॉस्पीटल फॉर वीमेन एंड चाइल्ड मे लाजर वार्ड है | वहाँ उन्हेांने सेवा कि थी | पूरस्कार और सम्मान : 1) लाजर को जनवरी 1941 मे किंग जॉर्ज व्दारा सेंट जॉन के आदरणीय आदेश के एक सर्विग सिस्टार के रुप मे नियुक्ता किया गया था | 2) ब्रिटीश सरकार कि 1942 कि बर्थडे ऑनरिंग सूची मे कैसर ए हिंद स्वर्ण्ं पदक से सम्मानित किया गया था | 3) उन्हें 1946 कि बथडे ऑनर्स सूची मे ब्रिटीश साम्रा्या सिविल डिवीजन के कमांडर के रुप मे नियुक्ता किया गया था | 4) 1961 मे भारत सरकार ने उन्हें उनकी सेवाओं के लिए पदमश्री पूरस्कार से सम्मानित किया गया था |