Geography of All GK General Knowledge :
प्रांगार को छोड़कर शेष सभी तत्वों और उनके योगिकों की मीमांसा करना अकार्बनिक रसायन का क्षेत्र है। बोरॉन, सिलिकन, जर्मेनियम आदि तत्व भी लगभग उसी प्रकार के विविध यौगिक बनाते हैं, जैसे कार्बन। पर इस पार्थिव सृष्टि में उनका उतना महत्व नहीं है जितना कार्बन यौगिकों का, इसलिए कार्बनिक रसायन का अन्य तत्वों से पृथक् रासायनिक क्षेत्र मान लिया गया ...
भौतिकी में सरल आवर्त गति उस गति को कहते हैं जिसमें वस्तु जिस बल के अन्तर्गत गति करती है उसकी दिशा सदा विस्थापन के विपरीत एवं परिमाण विस्थापन के समानुपाती होता है। ...
भौतिकी में किसी त्रिआयामी वस्तु के एक स्थान में रहते हुए (लट्टू की तरह) घूमने को घूर्णन कहते हैं। यदि एक काल्पनिक रेखा उस वस्तु के बीच में खींची जाए जिसके इर्द-गिर्द वस्तु चक्कर खा रही है तो उस रेखा को घूर्णन अक्ष कहा जाता है। पृथ्वी अपने अक्ष पर घूर्णन करती है। ...
भौतिकी में जब कोई पिण्ड ऐसी गति करता है कि उसकी गति का पथ एक वृत्त हो तो ऐसी गति को वृत्तीय गति (circular motion) कहते हैं। ...
रैखिक गति या ऋजुरेखीय गति वह गति है जिसमें पिण्ड का गतिपथ एक सरल रेखा हो। इस प्रकार की गति का गणितीय निरूपण केवल एक अवकाशीय विमा का उपयोग करते हुए किया जा सकता है। रैखिक गति सभी गतियों में सबसे सरल गति है। ...
'रिबन' का प्रतिनिधित्व 'ट्यूब' के समान है जिसमें यह प्रोटीन और न्यूक्लिक एसिड दोनों के लिए समान स्पलीन वक्र का पालन करता है। हालांकि, यह उन्मुख रिबन ड्राइंग के लिए सामान्य खोजने के लिए अतिरिक्त जानकारी (प्रोटीन रीढ़ की हड्डी या न्यूक्लिक एसिड के लिए फॉस्फेट ऑक्सीजन के कुछ) का उपयोग करता है। ...
क्लोरोफ्लोरोकार्बन (सीएफसी) एक कार्बनिक यौगिक है जो केवल कार्बन, क्लोरीन, हाइड्रोजन और फ्लोरीन परमाणुओं से बनता है। सीएफसी का इस्तेमाल रेफ्रिजरेंट, प्रणोदक (एयरोसोल अनुप्रयोगों में) और विलायक के तौर पर व्यापक रूप से होता है। ...
सिट्रिक अम्ल एक दुर्बल कार्बनिक अम्ल है। नींबू, संतरे और अनेक खट्टे फलों में सिट्रिक अम्ल और इसके लवण पाए जाते हैं। जांतव पदार्थों में भी बड़ी अल्प मात्रा में यह पाया जाता है। नींबू के रस से यह तैयार होता है। नींबू के रस में ६ से ७ प्रतिशत तक सिट्रिक अम्ल रहता है। नींबू के रस को चूने ...
अम्ल एक रासायनिक यौगिक है, जो जल में घुलकर हाइड्रोजन आयन (H+) देता है। इसका pH मान 7.0 से कम होता है। जोहान्स निकोलस ब्रोंसटेड और मार्टिन लॉरी द्वारा दी गई आधुनिक परिभाषा के अनुसार, अम्ल वह रासायनिक यौगिक है जो प्रतिकारक यौगिक (क्षार) को हाइड्रोजन आयन (H+) प्रदान करता है। जैसे- एसीटिक अम्ल (सिरका में) और सल्फ्यूरिक अम्ल (बैटरी ...
भौतिक राशियों जैसे द्रव्यमान, चाल, आयतन आदि को निरूपित करने के लिए, केवल उसके परिमाण की आवश्यकता होती है। इनके निरूपण में दिशा की कोई आवश्यकता नहीं होती है। उदाहरण स्वरूप यदि किसी पिण्ड का द्रव्यमान पाँच किग्रा., वस्तु की चाल दस किलोमीटर प्रति घण्टा आदि। ...
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