( 23 Sep, 2015) फ्रांस की राज्यक्रांति Points Published By : upscgk.com • फ्रांस की राज्यक्रांति 1789 ई. में लूई सोलहवां के शासनकाल में हुई. • मै ही राज्य हूँ और मेरे ही शब्द कानून हैं-ये कथन लुई चौदहवां का है • वर्साय के शीश महल का निर्माण लुई चौदहवां ने करवाया. • इंगलैंड को बनियों का देश सबसे पहले नेपोलियन ने कहा था. • जीवनभर के लिए नेपोलियन 1802 ई. में कॅान्सल बना. • लुई चौदहवां ने वर्साय को फ्रांस की राजधानी घोषित किया. • सौ चूहों की अपेक्षा एक सिंह का शासन उत्तम है -ये कथन वालटेयर के थे • समानता, स्वतंत्रता और भाईचारे का नारा फ्रांस की राज्याक्रांति की देन है. • फ्रांस की राज्यक्रांति के समय फ्रांस में सामंती व्यूवस्था थी. • लुई सोलहवां फ्रांस की गद्दी पर 1774 ई. में बैठा. • टैले एक प्रकार का भूमिकर था. • नेपोलियन की पहली पत्नी का नाम जोजे फाइन था. • आधुनिक फ्रांस का निमार्ता नेपोलियन को माना गया • सांस्कृतिक राष्ट्रीयता का जनक हर्डर को कहा जाता है • फ्रांसीसी क्रांति में सबसे अहम योगदान वाल्टेयर, मौटेस्यु एवं रूसो का था • रूसो फ्रांस में लोकतंत्र शासन पद्धति का समर्थक था. • आल्टेयर चर्च का विरोधी था • सोशल कांट्रेक्ट रूसो की रचना है • लुई सोलहवां को देशद्रोह के अपराध फांसी की गई. • लेटर्स ऑन इंग्लिश वालटेयर की रचना है. • 14 जूलाई, 1789 ई. को क्रांतिकारियों ने बास्तील के कारागृह फाटक को तोड़कर बंदियों को मुक्त कर दिया . तब से 14 जुलाई को फ्रांस में राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है. • कानुन की आत्मा की रचना मौटेस्यू ने की. • फ्रांस में डायरेक्टरी के शासन का अंत 1799 ई. में हुआ. • स्टेट्स जनरल के अधिवेशन की शुरुआत 5 मई 1789 ई. को हुई.