सेाफिया वाडिया की जीवनी - Biography of Sofiya Wadia in hindi jivani Published By : upscgk.com नाम : सेाफिया वाडिया जन्म दि: 1901 ठिकाण : कोलम्बियां पती : बी पी वाडिया व्यावसाय : थियोसोफिस्ट, साहित्याकार प्रांरभिक जीवन : सेाफिया वाडिया का जन्म सन 1901 मे हुवा था | उनका जन्म कोलम्बिया मे हुवा था | वाडिया ने अपनी शिक्षा मातृभुमि, पेरिस लंदन और न्यूयॉर्क में कि थी | सोफिया कि मुलाकात बी पी वाडिया से हुई | जो यूरोपीय देशो कि यात्रा पर गए थे | वो एक भारतीय थयोसोफिस्ट थे | सोफिया उनके दर्शन से प्रभावित थी | और 1920 मे बी पी से शादी कि | और अगले साल वो अपने जीवनसाथी को लेकर भारत गई और उनके साथ जुड गई | वाडिया ने युरोप मे विभिन्ना स्थानों पर युनाइटेड थियोसाफिस्टों कि कई शाखाओं की स्थापना कि थी | और 1929 मे मुंबई मे पहिली भारतीय शाखा कि स्थापना कि थी | सोफिया वाडिया का दुसरा नाम सोफिया कैमाचो है | उनके पति का नाम बी पी वाडिया है | सोफिया वाडिया ने 1930 मे मुंबई मे अंतराष्ट्रीय PEN के अखिल भारतीय केंद्र कि स्थापना कि थी |और उन्होंने दोनो पत्रिकाओं का प्रकाशन किया था | The India Pen और The A Eyan Path सोफिया द इंडिया पेन कि संपादक थी | और अपनी मृत्यू तक इस पद रही थी | कार्य : सोफिया ने 1942 मे दक्षिण भारतीय राजया कर्नाटक मे बेंगलुरु के पास वसनवनगुडी मे भारतीय विश्वा संस्कूति कि स्थापना कि थी | इस दौरान उन्होने दो किताबे लिखि, 1926 मे द ब्रूदगुड ऑफ रिलिजन्सा और 1941 मे नागरिकता के लिए तैयारी एक किताबे लिखी थी | उन्हे 1941 मे नोबेल पूरस्कार मिला और रविंद्रनाथ का दूसरा संस्कारण 1944 मे महात्मा गांधी व्दारा लिखित प्रक्कथन के साथ सामने आया था | सोफिया ने मुंबई मे रशियन बुक ट्रस्टा कि स्थापना मे भी महत्वापूर्ण भूमिका निभाई थी | ओर वो उनके पति के प्रसिध्दा काम द गांधियन वे मे प्रकाशित हुई थी | सोफिया वाडिया ने 1958 मे अपने पति कि मृत्यू के बाद अपना सामाजिक जीवन जारी रखा था | और ग्यारह अखिल भारतीय लेखन सम्मेलनों का आयोजन किया था | उपलब्धि : 1) 1941 मे नोबेल पूरस्कार मिला था | 2) पदम श्री पूरस्कार | 3) किताब 1936 मे द ब्रदरहुद ऑफ रिलिजन्सा| 4) 1941 मे नागरिकता के लिए तैयारी |